जीवन परिचय – समकालीन हिन्दी गद्य में स्वातंत्र्योत्तर काल के साहित्य में नवीन रचनाशीलता के द्वार खुल रहे थे। बुन्देलखण्ड में उपन्यास लेखन के क्षेत्र में उत्तरोत्तर प्रगति के प्रमिमान निर्मित हो रहे थे। डॉ. सुरेश पराग इस कालावधि के प्रतिनिधि उपन्यासकार बने। आपकी रचनाशीलता में विविध आयाम देखने को मिलते हैं।
आलेख-व्यंग्य लेख – हम काए लिखत
कहानी – चुटकी भर रेत , अनोखी बगिया
व्यंग्य नाटिका – लाल बत्ती गाड़ी आदि
उपन्यास – पुनर्मिलन , पतवार
पुनर्मिलन – एक सामाजिक प्रणय कथा है। जिसमें प्रेम की पीर के साथ प्रेमी-प्रेमिका के सम्बन्धों के विभिन्न अक्स प्रतिबिंबित हैं।
पतवार – डॉ. सुरेश पराग का यह एक अन्य उपन्यास हैं- इसकी कथावस्तु बाल विवाह और प्रणय पर आधारित है। इसमें कच्ची उम्र में बच्चा पैदा न करने पर सीख दी गई है। पत्नी तो इस आयु में बच्चे को प्राप्त कर खुश हैं। परन्तु शिक्षित पति बाल विवाह और ऐसे में संतान प्राप्ति से पत्नी के विचारों से सहमत नहीं है। इसी सब में उपन्यास के चित्रण हैं।
डॉ. सुरेश पराग हिन्दी साहित्य के जाने माने लेखक व कवि-कोविद हैं।
आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे।
बुन्देली धरती के सपूत डॉ वीरेन्द्र कुमार निर्झर जी मूलतः महोबा के निवासी हैं। आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे। अखिल भारतीय साहित्य परिषद मालवा प्रांत, हिन्दी मंच,मध्यप्रदेश लेखक संघ जिला बुरहानपुर इकाई जैसी अनेक संस्थाओं के अध्यक्ष रहे। आपके नवगीत संग्रह -ओठों पर लगे पहले, सपने हाशियों पर,विप्लव के पल -काव्यसंग्रह, संघर्षों की धूप,ठमक रही चौपाल -दोहा संग्रह, वार्ता के वातायन वार्ता संकलन सहित अनेक पुस्तकों का सम्पादन कार्य किया है। आकाशवाणी के विभिन्न केन्द्रों से कहानी, कविता,रूपक, वार्ताएं प्रसारित हुई। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में शताधिक लेख प्रकाशित हैं। अनेक मंचों से, संस्थाओं से राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया है। वर्तमान में डॉ जाकिर हुसैन ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट बुरहानपुर में निदेशक के रूप में सेवायें दे रहे हैं।
डॉ. उषा मिश्र
सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन।
नाम – डा. उषा मिश्रा पिता – डा.आर.सी अवस्थी पति – स्व. अशोक मिश्रा वर्तमान / स्थाई पता – 21, कैंट, कैंट पोस्ट ऑफिस के सामने, माल रोड, सागर, मध्य प्रदेश मो.न. – 9827368244 ई मेल – usha.mishra.1953@gmail.com व्यवसाय – सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी ( केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी ) गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन। शैक्षणिक योग्यता – एम. एससी , पीएच. डी. शासकीय सेवा में रहते हुए राष्ट्रीय – अंतराष्ट्रीय कान्फ्रेंस में शोध पत्र की प्रस्तुति , मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर, गृह विभाग द्वारा आयोजित वर्क शॉप, सेमिनार और गोष्ठीयों में सार्थक उपस्थिति , पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज सागर में आई. पी. एस., डी. एस. पी. एवं अन्य प्रशिक्षणु को विषय सम्बन्धी व्याख्यान दिए।
सेवा निवृति उपरांत कविता एवं लेखन कार्य में उन्मुख, जो कई पत्रिकाओं में प्रकाशित। भारतीय शिक्षा मंडल महाकौशल प्रान्त से जुड़कर यथा संभव सामजिक चेतना जागरण कार्य हेतु प्रयास रत।