
उड़नू की टौरिया
October 8, 2024
लोक देवता लाला हरदौल
October 8, 2024दतिया नगर के पश्चिम दिशा में पंचम कवि की टौरिया नामक एक पर्वत चोटी है, जिसका नामकरण पंचम कवि के नाम पर किया गया है। विंध्य पर्वत श्रंखला के उत्तरी छोर पर स्थित यह पर्वत शिखर, धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से तो महत्वपूर्ण है ही, एक प्राकृतिक मनोरम स्थल भी है। दूर-दूर तक फैली पर्वत श्रृंखलाएं एवं दतिया नगर का विहंगम् दृश्य हर किसी का मन मोह लेता है। यहाँ का सूर्योदय एवं सूर्यास्त का अनुपम दृश्य पर्यटकों को आध्यात्मिक एवं मानसिक शांति प्रदान करने वाला है।
यह एक तंत्र साधना स्थली भी है। यहाँ स्वतः प्रकट श्री कालभैरव, श्री हनुमान जी एवं शंकर पार्वती व गणेश की प्रतिमा मूर्त रूप में विराजमान हैं। पीतांबरा पीठ के पीठाधीश्वर श्री स्वामी जी महाराज द्वारा संवत 1997 में माँ तारा देवी की प्राण प्रतिष्ठा कराई गई। माँ तारा देवी 10 महाविद्याओं में से एक प्रमुख देवी हैं, जो शत्रु नाश करने वाली तथा हर क्षेत्र में विजय, यश एवं कीर्ति प्रदान करने वाली हैं। मंदिर में प्रवेश द्वार के समीप माँ काली की प्रतिमा स्थापित है। उनके ठीक सामने छोटे लिंग स्वरूप में शिवजी विराजमान हैं। ऊपर की मंजिल पर प्राचीन शिवालय स्थापित है, जो शिव लहरी भव्य रूप में है। इस मंदिर की देहरी गेट पर मणिभद्र जी द्वारपाल के रूप में हैं। सावन के महीने में साधक गण हजारों की संख्या में यहाँ आते हैं।