भूमिका-
‘पुरातत्त्व’ के माध्यम से प्राचीन काल के अवशेषों एवं सामग्रियों के सर्वेक्षण एवं उत्खनन के माध्यम से एकत्रित किया जाता है तथा एकत्रित अवशेषों एवं सामग्रियों का पुरातत्त्ववेत्ताओं द्वारा विश्लेषण कर प्राचीन मानव समाज के क्रमिक विकास को प्रकाश में लाने का प्रयास किया जाता है। पुरातत्त्ववेत्ताओं एवं इतिहासकारों के द्वारा प्राचीन मानवों की दैनिक जीवन की अनेक वस्तुओं जैसे सिक्कों, मनकों , खिलौना, कृषि उपकरणों, प्राचीन स्मारकों एवं प्रतिमाओं, शिलालेखों तथा शैलचित्रों की कलात्मकता एवं उनके विविध पक्षों का अध्ययन किया जाता है।
उद्देश्य-
चूँकि मानव समुदाय के क्रमिक विकास एवं उनके सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक, सांस्कृतिक तथा राजनीतिक पक्षों को प्रकाश में लाना ही पुरातत्त्व का मुख्य उद्देश्य होता है अतएव बुन्देली विश्वकोश की पुरातत्त्व एवं शिलालेख समिति, बुन्देलखण्ड के प्राचीन भू-भाग में हुये मानव समुदाय के क्रमिक विकास एवं उनके सांस्कृतिक वैभव को प्रकाश में लाने का कार्य सम्पन्न करेगी। बुन्देलखण्ड के भौगोलिक क्षेत्रफल में प्राचीन मानव के क्रमिक विकास एवं उनकी सांस्कृतिक वैभव को ज्ञात करने के लिए ही बुन्देली विश्वकोश की पुरातत्त्व एवं शिलालेख समिति का निर्माण किया गया है। जिसका उद्देश्य बुन्देलखण्ड के स्वर्णिम इतिहास को प्रकाश में लाना है।
कार्य की रूपरेखा-
पुरातत्त्व एवं शिलालेख समिति द्वारा बुन्देली विश्वकोश के लिए तथ्यात्मक एवं सारगर्भित जानकारी को एकत्रित करने के उद्देश्य से ही इस समिति को निम्न 15 उप समितियों में विभक्त किया गया है-
1. प्रागैतिहासिक एवं आद्यैतिहासिक पुरातात्त्विक स्रोत सामग्री संग्रह समिति
2.ऐतिहासिक पुरातात्त्विक स्रोत सामग्री संग्रह समिति
3. शिलालेखों एवं अभिलेखों की जानकारी संग्रह समिति
4. शैलचित्रों सम्बन्धी जानकारी संग्रह समिति
5. सिक्कों एवं मुहारों सम्बन्धी जानकारी संग्रह समिति
6. मंदिरों एवं मठों सम्बन्धी जानकारी संग्रह समिति
7. मूर्ति शिल्प सम्बन्धी जानकारी संग्रह समिति
8. किलों, गढ़ियों एवं महलों सम्बन्धी जानकारी संग्रह समिति
9. संग्रहालयों की जानकारी संग्रह समिति
10. महत्वपूर्ण पुरास्थलों की जानकारी संग्रह समिति
11. पुरातात्त्विक उत्खननों एवं सर्वेक्षणों की जानकारी संग्रह समिति
12. पुरातत्त्व संरक्षकों की जानकारी संग्रह समिति
13. पुरातत्त्व के क्षेत्र में कार्य करने वाले महत्वपूर्ण पुरातत्त्वविदों की जानकारी संग्रह समिति 14.पुरातत्व पर केन्द्रित शोध प्रबन्धों, लघु शोध प्रबन्धों, ग्रन्थों एवं शोध आलेखों की जानकारी संग्रह समिति
15. महत्वपूर्ण विरासतें की जानकारी संग्रह समिति
उपर्युक्त समितियाँ अपनी विषय विशेषज्ञता के आधार पर सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड में विद्यमान पुरातात्त्विक स्रोतो को एकत्रित करेंगी। एकत्रित स्रोतों के माध्यम से पुरातत्त्व सलाहकार समिति, पुरातत्त्व संकलन समिति एवं पुरातत्त्व प्रकाशन समिति के परामर्शानुसार बुन्देलखड की वैभवशाली पुरासम्पदा को प्रकाश में लाया जायेगा।
प्रो. नागेश दुबे
प्रभारी
पुरातत्त्व एवं शिलालेख समिति बुन्देलखण्ड विश्वकोश