जीवन परिचय – बहुमुखी प्रतिभा के धनी डॉ. कैलाश निर्भीक नयी पीढ़ी के ऐसे काव्यकार हैं जो प्राचीन छन्द परम्परा को अपनाये हुए हैं। 2 सितम्बर 1950 ई. को भारद्वाज मैथिल कुल में आपका जन्म हुआ था। आपके पिता स्व. जगन्नाथ प्रसाद रेलवे में चार्जमैंन थे। श्री कैलाश निर्भीक ने पत्रकारिता के क्षेत्र में 1966 ई. में ही प्रवेश कर अपनी कर्मठता और दक्षता का परिचय दिया। घनाक्षरी, दोहा, सोरठा और कुण्डलिया प्रभृति छन्दों में निर्भीक जी ने प्रचुर साहित्य सृजन किया है। आपका कुण्डली शतक ग्रंथ प्रकाशनाधीन है इसके अतिरिक्त ज्योतिष के योगों पर भी आप एक काव्य ग्रंथ का प्रणयन कर रहे हैं। आपने हिन्दी में परास्नातक के अतिरिक्त शीघ्रलिपि विशारद, वैद्य विशारद, सम्पादन कला विशारद, साहित्यरत्न, सत्यार्थरत्न, सत्यार्थभूषण प्रभृति अनेक परीक्षाएँ उत्तीर्ण की हैं। आपको साहित्य वाचस्पति, आर्यवीर, ज्योतिष प्रभाकर, राजशास्त्र वारिधि रामायणाचार्य ज्ञानवारिधि, पत्रकारिता प्रवीण, काव्य भूषण आदि अनेक मानद उपाधियाँ प्रदान कर आपको समाज सेवा, पत्रकारिता, साहित्य सेवा के लिए सम्मानित किया गया है। आपकी रचनाओं में समता और मानवतावाद की स्पष्ट झलक मिलती है तथा सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन का आव्हान नजर आता है। आप सम्प्रति 83 नझाई झाँसी में निवास करते हैं।
आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे।
बुन्देली धरती के सपूत डॉ वीरेन्द्र कुमार निर्झर जी मूलतः महोबा के निवासी हैं। आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे। अखिल भारतीय साहित्य परिषद मालवा प्रांत, हिन्दी मंच,मध्यप्रदेश लेखक संघ जिला बुरहानपुर इकाई जैसी अनेक संस्थाओं के अध्यक्ष रहे। आपके नवगीत संग्रह -ओठों पर लगे पहले, सपने हाशियों पर,विप्लव के पल -काव्यसंग्रह, संघर्षों की धूप,ठमक रही चौपाल -दोहा संग्रह, वार्ता के वातायन वार्ता संकलन सहित अनेक पुस्तकों का सम्पादन कार्य किया है। आकाशवाणी के विभिन्न केन्द्रों से कहानी, कविता,रूपक, वार्ताएं प्रसारित हुई। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में शताधिक लेख प्रकाशित हैं। अनेक मंचों से, संस्थाओं से राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया है। वर्तमान में डॉ जाकिर हुसैन ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट बुरहानपुर में निदेशक के रूप में सेवायें दे रहे हैं।
डॉ. उषा मिश्र
सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन।
नाम – डा. उषा मिश्रा पिता – डा.आर.सी अवस्थी पति – स्व. अशोक मिश्रा वर्तमान / स्थाई पता – 21, कैंट, कैंट पोस्ट ऑफिस के सामने, माल रोड, सागर, मध्य प्रदेश मो.न. – 9827368244 ई मेल – usha.mishra.1953@gmail.com व्यवसाय – सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी ( केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी ) गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन। शैक्षणिक योग्यता – एम. एससी , पीएच. डी. शासकीय सेवा में रहते हुए राष्ट्रीय – अंतराष्ट्रीय कान्फ्रेंस में शोध पत्र की प्रस्तुति , मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर, गृह विभाग द्वारा आयोजित वर्क शॉप, सेमिनार और गोष्ठीयों में सार्थक उपस्थिति , पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज सागर में आई. पी. एस., डी. एस. पी. एवं अन्य प्रशिक्षणु को विषय सम्बन्धी व्याख्यान दिए।
सेवा निवृति उपरांत कविता एवं लेखन कार्य में उन्मुख, जो कई पत्रिकाओं में प्रकाशित। भारतीय शिक्षा मंडल महाकौशल प्रान्त से जुड़कर यथा संभव सामजिक चेतना जागरण कार्य हेतु प्रयास रत।